भिंड। सरकार से ठेका लेकर भिंड जिले की रेत खदानो पर काम कर रही पावरमेक कंपनी अब भिंड पुलिस की छवि खराब करने का काम करती नजर आ रही है। कंपनी के एक कर्मचारी द्वारा सोशल मीडिया पर एक ग्रुप बनाकर उस ग्रुप मे पत्रकारो और पुलिस अधीक्षक को जोड़कर एक ऑडियो भी वायरल किया गया है। इस ऑडियो की बातचीत मे ऊमरी थाने के थानेदार के बारे मे कहा जा रहा है कि ऊमरी थानेदार रेत की गाड़ियो से जबरन अवैध वसूली कर रहा है। इस ऑडियो को वायरल करने से पहले कंपनी के कर्मचारी विनोद ने एक वाट्सअप ग्रुप बनाया। इस ग्रुप का नाम PRESS@SAND MINING रखा गया। इसके बाद इस ग्रुप मे कुछ पत्रकारो और पुलिस अधीक्षक को जोड़ लिया गया। इसके बाद ग्रुप मे एक ऑडियो पोस्ट किया गया। इस ऑडियो के माध्यम से ये साबित करने का प्रयास किया जा रहा है कि किस तरह से भिंड पुलिस रेत वाहनो से अवैध वसूली कर रही है। इस तरह सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल करके पुलिस की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। अगर किसी गाड़ी मालिक से अवैध वसूली की गई थी तो उस व्यक्ति ने पुलिस के आला अधिकारियो से इस बात की शिकायत क्यो नहीं की। अगर शिकायत की है तो इस बात की जानकारी को भी ऑडियो वायरल करने के साथ जारी क्यों नहीं किया गया ये भी अपने आप मे एक बड़ा सवाल है। दो लोग आपस मे बात करके पुलिस के बारे मे कुछ भी बोलते है और फिर उसे कंपनी के कर्मचारी द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाता है। इस तरह से वायरल ऑडियो से भिंड पुलिस की छवि खराब होती नजर आ रही है। कुछ दिनो पहले भी रेत को लेकर भिंड पुलिस की काफी किरकिरी हो चुकी है। लेकिन नए एसपी के पदभार संभालने के बाद से मामला शांत हो गया था। लेकिन पावरमेक कंपनी द्वारा इस तरह ग्रुप बनाकर ऑडियो वायरल करने से एक बार फिर भिंड पुलिस की छवि खराब होती जान पड़ रही है।
पावरमेक कंपनी कर रही है भिंड पुलिस की छवि खराब करने की कोशिश, सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाकर ऑडियो किया वायरल।